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अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जिला इकाई इंदौर, द्वारा *एक मुलाकात राष्ट्रीय महामंत्री के साथ* एक खास कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जिला अध्यक्ष, श्री  सुरेश अजनबी जी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री *श्री विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ जी* का स्वागत किया साथ ही सभी पदाधिकारियों ने भी पुष्पहार से महामंत्री जी का स्वागत किया। इस अवसर पर पदाधिकारियों ने अपने अपने अनुभव राष्ट्रीय महामंत्री के साथ सांझा किए। जिसमें सचिव डॉ. स्वाति सिंह ने बताया कि उन्हें अखिल भारतीय कायस्थ महासभा से जुड़कर बहुत ही गर्व की अनुभूति होती है क्योंकि यहां की *कार्यप्रणाली न सिर्फ लोकतांत्रिक है बल्कि पारदर्शी भी है। यहां हर एक व्यक्ति को सुना जाता है और उसके द्वारा दिए गए सुझावों पर पूरी तरह गौर किया जाता है। श्रीमती वीना सक्सेना और श्री रत्नेश श्रीवास्तव के मित्रवत और व्यावहारिक होने की वजह से सदस्य अपने आप को जुड़ा हुआ महसूस करते हैं।* यहां हर कार्यक्रम बहुत रचनात्मक और वैभवयुक्त तरीके से करने की कोशिश की जाती है। महिला जिला अध्यक्ष, रश्मि सक्सेना ने कहा कि उन्हें यहां के *वरिष्ठ पदाधिकारियों से बहुत कुछ  सीखने को मिला*। पूर्व महिला जिला अध्यक्ष, वर्तमान महिला प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ममता सक्सेना ने स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए संस्था के पदाधिकारियों के कार्यप्रणाली की सराहना की एवं आपस में सौहार्द एवं प्रेम और आदर मिलने की वजह से संस्था में कार्य करने के अनुभव को साझा किया। सुनीता सक्सेना ने भी अपने विचार रखे। वंदना श्रीवास्तव, आरती सक्सेना ने भी अपने अनुभव राष्ट्रीय महामंत्री के साथ सांझा किए। जिला सचिव, विजय सक्सेना ने राष्ट्रीय महामंत्री से कहा कि वे संस्था के लिए हर कार्य करने को तैयार हैं। वह अपने वरिष्ठ पदाधिकारियों का सहयोग करके खुशी का अनुभव करते हैं। विजय किशोर सक्सेना, सुरेश कानूनगो, सत्येंद्र श्रीवास्तव जी ने भी अपने अनुभव व सुझाव रखे, सुरेश अजनबी जी ने अपने सारे कार्यों का ब्यौरा राष्ट्रीय महामंत्री को दिया।
अंत में राष्ट्रीय महामंत्री ने इंदौर के पदाधिकारियों और उनकी पूरी टीम को राष्ट्र की एक ट्रेडसेटर इकाई बताया। उन्होंने *चित्रांश चौपाल*, *शुभ घड़ी*, *चित्रगुप्त चौराहा* और इंदौर महासभा द्वारा किए गए समस्त कार्यों की प्रशंसा की साथ ही बताया कि वे अन्य जिलों व प्रदेशो में भी इसी प्रकार से कार्य करने का उदाहरण देते हैं। इंदौर कार्यकारिणी न केवल प्रदेश बल्कि देश के लिए एक उदाहरण है ।
राष्ट्रीय महामंत्री ने महासभा का इतिहास बताते हुए कहा कि इसका गठन सन् 1887 में हुआ था एवं यह देश की सबसे पुरानी एकमात्र रजिस्टर्ड संस्था है। 80 के दशक में जब सूचना तंत्र के आधुनिक तरीके फेसबुक, व्हाट्सएप्प, मेल आदि नही थे व टेलीफोन भी सीमित ही हुआ करते थे तब भी महासभा 13 प्रदेशो में पूर्ण रूप से कार्य कर रही थी, उन्होंने बताया पूर्व पुस्तको में इस बात के साक्ष्य है कि महासभा ने विचारधारा प्रचार, संगठन विस्तार के लिए प्रवर्तक तैयार किये थे जो समय दानी थे जगह जगह घूमकर जिन्होंने समाज को महासभा से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई।
*इसके साथ ही महामंत्री श्री विश्वविमोहन जी ने कार्यकारिणी को महासभा के प्रोटोकॉल, नियम, टीमवर्क, वरिष्ठ जनों के आदेशों का अनुपालन, समन्वय के साथ कार्य व कार्यो की नियमित रिपोर्टिंग विषयो पर सदस्यों को अवगत कराया।*
प्रदेश महामंत्री रत्नेश श्रीवास्तव ने अपने द्वारा किये गए कार्य और कार्यकारिणी के कार्यो का उल्लेख किया ।
महिला प्रदेश अध्यक्ष, वीना सक्सेना ने समस्त महिला प्रकोष्ठ द्वारा और स्वयं के कार्यो  के ब्यौरा दिया और सदस्यों के सहयोग को सराहा ।
महामंत्री को अपने बीच पाकर व उनके विचार सुनकर सभी प्रसन्न थे व आज की बैठक ने सदस्यों को महासभा के प्रति  उनकी आस्था को और प्रगाढ़ कर दिया।

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